Wednesday, February 28, 2018

CBSE Big Changes in Class X Exam सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में बड़ा बदलाव

Monday, February 26, 2018

मंगल की सेवा सुन मेरी देव हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े

मंगल की सेवा सुन मेरी देव हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े
पं सुपारी धवज़ा नारियल ले ज्वाला तेरी भेंट धरे
सुन जगदांबे ना कर बिलंबे संतान के भंडार भरे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे

बुद्धा विधाता तू जग्मता मेरा कारज सिद्धा करे
चरण कमाल की लिया आसरा चरण तुम्हारी आन पड़े
जब जब भीर पड़े भक्टं पर तब तब आए सहाय करे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे

गुरु के बाद सकल जाग मोयो कारुणी रूप अनूप धरे
माता होकर पुत्रा खिलवे कई बार आ भोग करे
शुक्रा सुखदायी सदा सहाइ संत खड़े जैकर करे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे
मा जाई काली कल्याण करे

ब्रम्‍हा विष्णु महेश फल लिए भेंट देने सब द्वार खड़े
अटल सिंहासन बैठी माता फिर सोने का छात्रा फिरे
वार सनीचर कुमकुम वर्नी जब हुक्म करे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे
मा जाई काली कल्याण करे मा जाई काली कल्याण करे

खड़ाग खपर त्रिशूल हाथ लिए रक्तबीज़ को भस्म करे
सुंभ निशूंभ छान ही मे मारे महिससुर को पकड़ डाले
आ दीतवारी आदि भवानी जान अपने का कष्ट हारे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे
मा जाई काली कल्याण करे मा जाई काली कल्याण करे

कुपित होये सब दानव मारे चाँद मूंद सब चूर करे
जब तुम देखो दया रूप हो पल मे संकट डोर करे
सोमया स्वाभाव धरो मेरी माता जान की अर्ज़ कबूल करे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे
मा जाई काली कल्याण करे मा जाई काली कल्याण करे

सात बार की महिमा वर्नी सब गुण कों बखान करे
सिंग पीठ पर छड़ी भवानी अतुल भवन मे राज करे
दर्शन पावे मंगल गेव शिव षधक तेरी भेंट धरे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे
मा जाई काली कल्याण करे मा जाई काली कल्याण करे

ब्रम्‍हा वेद पड़े तेरे द्वारे शिव शंकर हरी ध्यान करे
श्री कृष्णा तेरी करे आरती श्रवण कुबेर दुलार करे
जाई जननी जाई मत भवानी अचल भवन मे राज करे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे
मा जाई काली कल्याण करे मा जाई काली कल्याण करे

मंगल की सेवा सुन मेरी देव हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े
पं सुपारी धवज़ा नारियल ले ज्वाला तेरी भेंट धरे
सुन जगदांबे ना कर बिलंबे संतान के भंडार भरे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे

हमें आकाश नीला क्यूँ दिखाई पड़ता है ? Why is the sky blue?



पृथ्वी की सतह (जमीन) से ऊपर वायुमंडल मे विभिन्न गैसे है धूलकण और जलवाष्प भी है और सूर्य का प्रकाश सात रंगों से मिल कर बना है  इन सात रंगों को VIBGYOR लाल, नारंगी, पीला, हरा, आसमानी, नीला, तथा बैंगनी के नाम से याद रख सकते है |  वायुमंडल ज्यादातर गैसों (78%) नाइट्रोजन, और ऑक्सीजन (21%) से मिल कर बना है.इसके अलावा इनके अलावा  अन्य गैसों की थोड़ी मात्रा,  धूल कण , काजल और राख, परागकण , महासागरों से  नमक की तरह कई छोटे ठोस कण भी वायुमंडल मे उपस्थित है  वायुमंडल मे प्रवेश करता है तो वह इन सब से टकराता है और चारों ओर बिखर जाता है  
      बिखरने वाले रंगों मे बैंगनी आसमानी रंग नीला सबसे ज्यादा Scatter बिखरते है और लाल रंग सब से कम बिखरता है ऐसा   रेले स्केट्रिंग के कारण होता है यही तीनों रंग हमारी आँखों तक सब से ज्यादा पहुँचते है इन तीनो रंगों का मिश्रण नीले रंग के सदृश्य बनता है 
पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर यानि अंतरिक्ष मे आकाश दिखता है नीले रंग के बजाय काला और घुप्प अँधेरा, यह इसलिए है क्योंकि वहाँ कोई वायुमंडल नहीं है है. कोई बिखरा हुआ  प्रकाश नहीं है जो हमारी आँखों तक पहुंचे |

आओ जाने श्रीदेवी के जिंदगी के बारे में

श्रीदेवी कपूर जो कि श्रीदेवी के नाम से प्रख्यात हैं, भारतीय फिल्मों की मशहूर अदाकारा हैं।  जिन्होंने हिंदी फिल्मों के अलावा तमिल, मलयालम, तेल्गु, कन्नड़ और में भी काम किया है।अपनी वर्सटैलिटी और हिन्दी फिल्मों की बेहतरीन अभिनेत्री मानी जाने वाली श्रीदेवी ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म सोलवां सावन से 1979 में की थी।  लेकिन उन्हें बॉलीवुड में पहचान फिल्म हिम्मतवाला से मिली।  इस फिल्म के बाद वह हिंदी सिनेमा की सुपरस्टार अभिनेत्रीयोँ में शुमार हो गयीं। 

श्रीदेवी ने अपने फ़िल्मी करियर में कई अनगिनत फिल्में की।  अपने करियर के दौरान उन्होंने कई दमदार रोल किए और कई मजबूत फीमेल किरदार को पर्दे पर बेहतरीन तरीके से पेश किया और मुख्यधारा के सिनेमा के अलावा उन्होंने कई आर्ट फिल्मों मे भी काम किया जिसे भारत में पैरलल सिनेमा कहा जाता हैै। उन्हें तीन बार फिल्मफेयर पुरस्कार मिल चुका है। उनके करियर का ग्राफ कई बार नीचे भी गिरा लेकिन के उन्होंने अपने को कई बार इससे उबारा और स्टेटस को बरकरार रखने के लिए उनकी क्षमता ने सभी का दिल जीता। 2013 में उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा गया।  

श्रीदेवी की पृष्ठभूमि 

श्रीदेवी का जन्म 13 अगस्त 1963 को तमिलनाडु  में हुआ था। उनके पिता अय्यपन हैं-जोकि एक वकील हैं।  उनकी माँ का नाम राजेश्वरी है।  उनकी एक बहन और दो सौतेले भाई है।  बहन का नाम- श्रीलता है।  भाईयोँ का नाम आनंद और सतीश है।  

श्रीदेवी की शादी 

श्रीदेवी का फ़िल्मी करियर उन दिनों उंचाइयोँ पर था, तभी उनके और उनके कोस्टर मिथुन चक्रवर्ती के अफेयर की खबरे मिडिया में उड़ने लगी।  चर्चा तो ये भी थी की श्रीदेवी और मिथुन ने चुचाप शादी भी कर ली है।  हालंकि इन सबसे  मिथुन के गृहस्थ जीवन में जरीर भूचाल लाकर रख दिया था।  जिसके बाद मिथुन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर सबको अपने और श्रीदेवी के रिश्ते की सफाई दी। 

श्री देवी की ऑफिशियली शादी निर्देशक बोनी कपूर  1996 में हुई।  इनकी दो बेटियां भी हैं।  जाह्नवी और ख़ुशी कपूर। फ़िलहाल इनकी बड़ी बेटी पूरी तरह से बॉलीवुड में आने को तैयार है। 

श्रीदेवी का करियर 

श्रीदेवी ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत महज चार वर्ष की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी।  उनकी पहली फिल्म बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट थुनविान थीं। नन्ही श्रीदेवी को मलयालम मूवी पूमबत्ता(1971) के लिए केरला स्टेट फिल्म अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। उन्होंने इस दौरान कई तमिल-तेलगु और मलायलम फिल्मों में काम किया जिसके लिए उन्हें कई अवार्डों से सम्मानित भी किया गया।  

श्रीदेवी ने अपने वयस्क करियर की शुरुआत साल 1979 में हिंदी फिल्म सोलवां सावन से की थी।  हालंकि उन्हें बॉलीवुड में पहचान फिल्म 1983 में आई फिल्म हिम्मतवाला से मिली। इस फिल्म में उनके अपोजिट जितेंद्र नजर आये थे। यह फिल्म 1983 ब्लॉकस्बस्टर फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्में जितेन्द्र के साथ की। उसके बाद उनकी फिल्म तोहफा आई जिसने उस दौर में कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। 

वर्ष 1983 में फिल्म सदमा में श्रीदेवी दक्षिण सिनेमा के अभिनेता कमल हासन संग नजर आई।  इस फिल्म में उनके अभिनय को देख आलोचक भी दंग रह गए। श्रीदेवी को फिल्म सदमा के लिए पहली बार फिल्मफेयर अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का नामंकन मिला था। 

साल 1986 में आई फिल्म नगीना, जिसमे श्रीदेवी ने एक इच्छाधारी नागिन की भूमिका अदा की थी।  यह फिल्म उस साल की दूसरी सुपर-डुपर हिट फिल्म साबित हुई थी। उस दौरान श्रीदेवी की नगिना फिल्म सर्वश्रेष्ठ सांपो वाली फिल्मों में पहले स्थान पर थी। इसी फिल्म का गाना मै तेरी दुश्मन, दुश्मन तो मेरा एक आइकॉनिक गाना माना जाता है। इसी साल उनकी दो और फ़िल्में रिलीज हुई।  जिनमे सुभाष घई की मल्टी-स्टारर फिल्म कर्मा और फिरोज शाह की जांबाज शामिल थी।  दोनों ही फिल्मों में श्रीदेवी की गजब के अभिनय को दर्शक भी भौचक्के रह गए थे। 

साल 1987 में आई फिल्म मिस्टर इंडिया में श्री एक जर्नलिस्ट के किरदार में नजर आई।  जोकि एक उनका आइकॉनिक रोल माना जाता है।  यह फिल्म साइंटिफिक थ्रिलर फिल्म थी।  इस फिल्म में उनके अपोजिट अनिल कपूर नज़र आये थे। फिल्म मिस्टर इंडिया का गाना हवा-हवाई आज भी दर्शकों के जुबान पर रहता है। उस दौर में श्री देवी और अनिल कपूर का रेन डांस सांग काटे नहीं कटते आज भी बारिश के गानों में पहले नंबर पर है। 

1989 में आई फिल्म चालबाज में श्रीदेवी दोहरी भूमिका में नज़र आई थीं।  जोकि 80 के दशक की आइकोनिक मूवीज में से एक है। इस फिल्म के लिए उन्हें आलोचकों से काफी प्रशंसा मिली थी। श्रीदेवी को फिल्म चालबाज के लिए उन्हें उनके पहले फिल्म फेयर सर्वश्रेठ अभिनेत्री के पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था। 

चालबाज के बाद श्रीदेवी यशराज फिल्म्स की फिल्म चांदनी में अभिनेता ऋषि कपूर के साथ नजर आयीं थीं। इस फिल्म का गाना मेरे हाथों में नौ-नौं चूड़ियाँ है आज भी वेडिंग सांग्स लिस्ट में सबसे उपर है। श्रीदेवी ने इस फिल्म के गाने चांदनी ओ मेरी चांदनी गाने में अपनी आवाज दी थी। इसके बाद साल 1991 में श्रीदेवी एक बार फिर यशराज की फिल्म लम्हे में दिखाई दी। फिल्म लम्हे के लिए श्रीदेवी को उनका दूसरा फिल्म फिल्मफेयर अवार्ड मिला था। 

1993 में श्रीदेवी मेगास्टार अमिताभ बच्चन के अपोजिट नज़र आयीं थीं।  उन्होंने इस फिल्म दो भूमिका अदा की थी।  एक वॉरियर की दूसरी उसकी बेटी की।  इस फिल्म की शूटिंग भारत के अलावा काबुल में भी हुई थी।  फिल्म काबुल में उतनी ही लोकप्रिय साबित हुई जितनी भारत में। इस फिल्म में श्रीदेवी ने अपने अभिनय से सबकी तारीफें बटोरी।  इसी साल श्री देवी उस दौर की सबसे बड़े बजट की फिल्म रूप कीरानी चोरो का राजा में अनिल कपूर संग नज़र आयीं। हालांकि फिल्म जितनी बड़े बजट की उतनी ही बुरी उसे बॉक्स ऑफिस पर मुंह की खानी पड़ी थी। इसके बाद श्रीदेवी लाडला और फिल्म जुदाई में नजर आई।  

1996 में निर्देशक बोनी कपूर से शादी के बाद श्रीदेवी ने फ़िल्मी दुनिया से अपनी दूरी बना ली थी।  लेकिन इस दौरान वह कई टीवी शोज में नजर आई। श्रीदेव ने साल 2012 में गौरी शिंदे की फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से रूपहले परदे पर अपनी वापसी की। हिंदी सिनेमा से कई वर्षों तक दूर रहने के बाद भी फिल्म इंग्लिश विंग्लिश में श्री देवी ने बेहतरीन अभिनय से आलोचकों और दर्शकों को  चौंका दिया था। 

श्रीदेवी की प्रसिद्ध फ़िल्में 

जुली, सोलवां सावन,सदमा, हिम्मतवाला,जाग उठा इंसान, अक्लमंद, इंकलाब, तोहफा, सरफ़रोश, बलिदान, नया कदम, नगीना, घर संसार, नया कदम ,मकसद, सुल्तान, आग और शोला, भगवान, आखरी रास्ता,जांबांज, वतन के रखवाले, जवाब हम देंगे, औलाद, नज़राना,कर्मा, हिम्मत और मेहनत, मिस्टर इंडिया, निगाहें, जोशीले ,गैर क़ानूनी,चालबाज,खुदा गवाह, लम्हे, हीर राँझा, चांदनी, रूप की रानी चोरों का राजा, चंद्रमुखी, चाँद का टुकड़ा,गुमराह,लाडला, आर्मी, जुदाई, हल्ला बोल, इंग्लिश विंग्लिश। 

क्यों जरूरी है रक्तदान ? Why Blood Donation ?




रक्त शरीर से निकाल कर जरूरतमंद व्यक्ति को देना रक्तदान कहलाता है बशर्ते इसके बदले कोई धन पुरस्कार आदि ना लिया जाए या  रक्तदान  तब होता है जब एक स्वस्थ व्यक्ति स्वेच्छा से अपना रक्त देता है रक्तदान सही मायनों मे जीवनदान ही है। हमारे द्वारा किया गया रक्त का दान कई लोगो की जान बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं।देश भर में रक्तदान हेतु नाको, रेडक्रास, पंजीकृत ब्लडबैंक, सेना हस्पताल  जैसी कई संस्थाएँ लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है परंतु इनके प्रयास तभी सार्थक होंगे, जब हम स्वयं रक्तदान करने के लिए आगे आएँगे और अपने मित्रों व रिश्तेदारों को भी इस हेतु आगे आने के लिए प्रेरित करेंगे।
जीवन बचाने के लिए खून चढाने की जरूरत पडती है। दुर्घटना रक्‍तस्‍त्राव प्रसवकाल और ऑपरेशन आदि अवसरों में शामिल है जिनके कारण अत्‍यधिक खून बह सकता है और इस अवसर पर उन लोगों को खून की आवश्‍यकता पडती है। थेलेसिमिया ल्‍यूकिमिया हीमोफिलिया जैसे अनेंक रोगों से पीडित व्‍यक्तियों के शरीर को भी बार-बार रक्‍त की आवश्‍यकता रहती है अन्‍यथा उनका जीवन खतरे में रहता है। जिसके कारण उनको खून चढाना अनिवार्य हो जाता है

Wednesday, February 21, 2018

आपका इनकम टैक्स अकाउंट होगा ज्यादा सुरक्षित, ई-फाइलिंग में मिलेगी डिजिटल...



इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अपनी रिटर्न फाइल करने वाली वेबसाइट को और सुरक्षित करने जा रहा है। ई-फाइलिंग करने वालों के लिए अब डिपार्टमेंट ने डिजिटल लॉक की सुविधा को शुरू कर दिया है। इसकी जानकारी विभाग ई-मेल के जरिए अपने सभी अकाउंट होल्डर्स को दे रहा है। 

नहीं हो सकेगी सेंधमारी
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कहा है कि ई-फाइलिंग अकाउंट में किसी अन्य व्यक्ति द्वारा सेंधमारी करना मुश्किल हो जाएगा। इस अकाउंट में टैक्सपेयर्स की पर्सनल फाइनेंस से संबंधित जानकारी भी होती है और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से भी सीधे जुड़ते हैं। डिपार्टमेंट ने डिजिटल लॉक का इस्तेमाल करने के लिए कई तरीकें भी दिए हैं, जिनके जरिए आप अपने अकाउंट को सुरक्षित कर सकते हैं। 

इस तरह से बनाए मजबूत पासवर्ड
डिपार्टमेंट ने डिजिटल लॉक के लिए मजबूत पासवर्ड बनाने का अनुरोध किया है। आप अपने मौजूदा पासवर्ड को मजबूत पासवर्ड में बदल सकते हैं। इसके लिए पासवर्ड में अंग्रेजी का कैपिटल लेटर में अक्षर, एक स्पेशल करेक्टर और एक नंबर होना चाहिए। इसके साथ ही पासवर्ड में कम से कम 8 करेक्टर होने चाहिए। इसका उदाहरण ऐसे समझे Bshgo@5678

Monday, February 19, 2018

कहाँ गलती होती है नेट बैंकिंग में.| सावधान



अगर आप Internet पर search कर रहे हैं कि नेट बैंकिंग कैसे करें (Net banking kaise kare in hindi) तो ये article आपके लिए ही है। Net Banking Information देता ये article नेट बैंकिंग से संबंधित आपके लगभग सभी सवालों के जवाब दे देगा। इसे पढने के बाद भी आपकी जिज्ञासा शांत न हो, तो comment section के जरिये हमें जरूर बताएं। हम सभी सवालों के सही जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। तो Net Banking Information हासिल करने का अपना सफ़र शुरू करते हैं:
नेट बैंकिंग (Net banking), banking का वो तरीका है, जिसमे आप घर बैठे ही internet के माध्यम से banking कर सकते हैं। आज से कुछ वर्ष पहले तक नेट बैंकिंग की सेवा का लाभ उठाने के लिए आपको बैंक में अलग से एक form भरना पड़ता था। पर आजकल bank account open करने के साथ ही आप उसमे net banking, mobile banking आदि के options पर tick कर सकते हैं। ये सेवा banks की तरफ से बिलकुल free दी जाती है, इसके लिए आपको अलग से कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। नेट बैंकिंग के माध्यम से आप बैंकिंग का हर वो काम कर सकते हैं, जिसके लिए आपको banks में लाइन लगानी पड़ती है। अगर आपको cash पैसा चाहिए तो माफ़ कीजिए, क्योंकि वो इन्टरनेट बैंकिंग से संभव नहीं है। फिर तो आप ATM या बैंक जाइये, cash तो आपको वहीं से मिल पायेगा। लेकिन इसके अलावा कुछ भी काम है तो Net Banking है न।

Priya Prakash Varrier | प्रिया प्रकाश वर्रिएर



जीवन परिचय
वास्तविक नामप्रिय प्रकाश वर्रिएर
उपनामरिया
व्यवसायअभिनेत्री, गायिका
शारीरिक संरचना
लम्बाईसे० मी०- 163
मी०- 1.63
फीट इन्च- 5' 4”
वजन/भार (लगभग)50 कि० ग्रा०
शारीरिक संरचना (लगभग)32-24-34
आँखों का रंगकाला
बालों का रंगकाला
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि28 अक्टूबर 1999
आयु (2017 के अनुसार)18 वर्ष
जन्मस्थानपूनकुन्नम, त्रिशूर, केरल, भारत
राष्ट्रीयताभारतीय
गृहनगरपूनकुन्नम, त्रिशूर, केरल, भारत
स्कूल/विद्यालयज्ञात नहीं
महाविद्यालय/विश्वविद्यालयविमला महाविद्यालय, त्रिशूर, केरल
शैक्षिक योग्यतावाणिज्य स्नातक में अनुसरण
डेब्यूतमिल गीत- Nee vaanam Naan mazhai
परिवार



जीवन परिचय
वास्तविक नामप्रिय प्रकाश वर्रिएर
उपनामरिया
व्यवसायअभिनेत्री, गायिका
शारीरिक संरचना
लम्बाईसे० मी०- 163
मी०- 1.63
फीट इन्च- 5' 4”
वजन/भार (लगभग)50 कि० ग्रा०
शारीरिक संरचना (लगभग)32-24-34
आँखों का रंगकाला
बालों का रंगकाला
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि28 अक्टूबर 1999
आयु (2017 के अनुसार)18 वर्ष
जन्मस्थानपूनकुन्नम, त्रिशूर, केरल, भारत
राष्ट्रीयताभारतीय
गृहनगरपूनकुन्नम, त्रिशूर, केरल, भारत
स्कूल/विद्यालयज्ञात नहीं
महाविद्यालय/विश्वविद्यालयविमला महाविद्यालय, त्रिशूर, केरल
शैक्षिक योग्यतावाणिज्य स्नातक में अनुसरण
डेब्यूतमिल गीत- Nee vaanam Naan mazhai
Nee vaanam Naan mazhai
मलयालम फिल्म (अभिनेत्री) - ओरु अदार लव (2018)
ओरु अदार लव
परिवारपिता - प्रकाश वर्रिएर
माता - प्रीथा वर्रिएर
भाई - प्रसिद्द वर्रिएर
प्रिय प्रकाश वर्रिएर अपने भाई के साथ
बहन- ज्ञात नहीं
धर्महिन्दू
जातिअंबलावसी (जो मंदिर के रख-रखाव का ख्याल रखते हैं), गैर-ब्राह्मण समुदाय
शौक/अभिरुचियात्रा करना, नृत्य करना, संगीत सुनना
पसंदीदा चीजें
पसंदीदा अभिनेताशाहरुख़ ख़ान, रणवीर सिंह
पसंदीदा अभिनेत्रीदीपिका पादुकोण
पसंदीदा फिल्म निर्देशकसंजय लीला भंसाली
पसंदीदा गीतचन्ना मेरेया (अरिजीत सिंह)
पसंदीदा क्रिकेटरमहेंद्र सिंह धोनी
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थितिअविवाहित
बॉयफ्रैंड्स एवं अन्य मामलेऋषिकेश साजी
पिता - प्रकाश वर्रिएर
माता - प्रीथा वर्रिएर
भाई - प्रसिद्द वर्रिएर